Uttarkashi Tunnel: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। 17 दिनों तक चले बचाव अभियान के पश्चात, मंगलवार को ‘मंगलघड़ी’ आई, जिसका इंतजार ना सिर्फ मजदूरों के परिवारों बल्कि पूरे देश ने किया था। 400 से अधिक घंटे तक देसी-विदेशी मशीनों और विशेषज्ञों ने मुश्किलों और चुनौतियों से भरे मिशन में हर बाधा को पार किया।

Uttarkashi Tunnel: CM धामी और वी.के. सिंह ने किया मजदूरों का स्वागत
बता दें, मलबे में 800 एमएम की पाइप डालकर एक स्केप टनल बनाया गया है, जिसके माध्यम से मजदूरों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला जा रहा है। वहीं उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी और केन्द्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह टनल से बाहर निकल रहें मजदूरों का फूलमाला पहनाकर स्वागत कर रहें है। वहीं टनल के बाहर पहले से तैनात एंबुलेंस के जरिए मजदूरों को अस्पताल ले जाया जाएगा। अस्पताल में हेल्थ चेक अप और आवश्यक इलाज के बाद मजदूरों को उनके घर भेजा जाएगा। Uttarkashi Tunnel

Uttarkashi Tunnel: दिवाली की सुबह हुआ था हादसा
उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चारधाम सड़क परियोजना (ऑलवेदर रोड) के तहत बन रही सुरंग में रविवार को एक घटना घटी थी। यह सुरंग यमुनोत्री हाईवे पर धरासू से बड़कोट कस्बे के बीच सिलक्यारा से पौल गांव तक 4.5 किलोमीटर लंबी है और इसका निर्माण अभी चल रहा है। दिवाली के दिन शिफ्ट चेंजिंग के दौरान सुरंग के मुहाने से करीब 150 मीटर अंदर टनल का 60 मीटर लंबा हिस्सा टूट गया और सभी मजदूर अंदर फंस गए।

Uttarkashi Tunnel: लाइफलाइन साबित हुई पौने चार इंच की पाइप
सुरंग से पानी निकासी के लिए लगाई गई एक पौने चार इंच की पाइप लाइफलाइन साबित हुई। हादसे के बाद इसी पाइप के जरिए मजदूरों को ऑक्सीजन, पानी और खाने के लिए कुछ हल्के-फुल्के सामान भेजे गए। इसी पाइप के जरिए उन्हें जरूरी दवाएं भी दी गईं। हादसे के बाद 10वें दिन एक छह इंच की पाइप मजदूरों तक पहुंचाने में सफलता मिली, जिसके बाद उन्हें गरम खाना दिया जाने लगा। इसी पाइप के जरिए अंदर कैमरा भेजा गया और पहली बार अंदर का दृश्य दिखा।