Sunday, June 8, 2025

Uttarakhand Ghee Sankranti 2023: आज देश में घी संक्रांति की धूम, जानें शुभ मुहूर्त और अद्भुत पूजा विधि, बदलेगी किस्मत दान की महत्वपूर्ण शक्ति से

Uttarakhand Ghee Sankranti 2023: आज 17 अगस्त, गुरुवार को घी संक्रांति का उत्सव मनाया जा रहा है। यह मुख्य रूप से उत्तराखंड का प्रसिद्ध पर्व है। घी संक्रांति को सिंह संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। ग्रहों के राजा सूर्य देव, जब कर्क राशि से निकलकर अपनी राशि सिंह में प्रवेश करते हैं, तो उस दिन घी संक्रांति या सिंह संक्रांति का आयोजन किया जाता है।

इस दिन, पवित्र नदियों में स्नान के बाद, सूर्य देव की पूजा की जाती है और दान दिया जाता है। स्नान और दान से पुण्य प्राप्त होता है, साथ ही सूर्य की कृपा से रूखी हुई किस्मत भी चमक जाती है। घी संक्रांति पर लोग एक दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं देते हैं।

क्या है घी संक्रांति ? (Ghee Sankranti 2023)

श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष, डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी, बताते हैं कि घी संक्रांति के दिन घी का सेवन करना शुभ फलदायी होता है। इससे बुद्धि तेज होती है और सेहत भी अच्छी होती है। इस दिन घी के उपयोग के कारण ही इसे घी संक्रांति के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि जो लोग घी संक्रांति पर घी नहीं खाते हैं, उनका अगला जन्म घोंघे का होता है।

Ghee Sankranti 2023 का शुभ मुहूर्त क्या है ?

आज दोपहर को 01:44 बजे, सूर्य देव सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जिसे क्षण घी संक्रांति कहा जाता है। हालांकि, आज सुबह 06:44 बजे से एक बजकर 44 मिनट तक, स्नान, दान और पूजा पाठ की प्रारंभिक अवधि शुरू हो गई है। घी संक्रांति का पुण्यकाल सुबह 06:44 बजे से दोपहर 01:44 बजे तक और महापुण्यकाल सुबह 11:33 बजे से दोपहर 01:44 बजे तक है।

मघा नक्षत्र और परिघ योग में Ghee Sankranti 2023

घी संक्रांति के दिन मघा नक्षत्र और परिघ योग होता है। मघा नक्षत्र सुबह से शाम 07:58 बजे तक रहता है, जबकि परिघ योग प्रात:काल से शाम 07:30 बजे तक बना रहता है। आज सावन के शुक्ल पक्ष की शुरुआत है और आज प्रतिपदा तिथि है। आज सूर्योदय सुबह 05:51 बजे हुआ है।

Ghee Sankranti 2023 स्नान दान और पूजा विधि

अगर आज आपको किसी पवित्र नदी में स्नान नहीं करने का अवसर नहीं मिलेगा, तो आपको घर पर ही स्नान कर लेना चाहिए। पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें, और उसके बाद साफ कपड़े पहन लें। फिर सूर्य देव को जल से अर्घ्य अर्पित करें। इसके लिए एक लोटे में पानी भरकर, उसमें लाल फूल और गुड़ डालकर ‘ओम सूर्याय नम:‘ मंत्र के साथ अर्घ्य समर्पित करें। यदि समय हो, तो सूर्य चालीसा और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।

Ghee Sankranti 2023 पर दान की वस्तुएं

पूजा के बाद दान दें। इस दिन आपको आपके सामर्थ्य के अनुसार, लाल वस्त्र, धन, घी, गुड़, गेहूं, तांबे के बर्तन आदि का दान करना चाहिए। इससे कुंडली में सूर्य देव मजबूत होते हैं, जिससे आपकी रूठी किस्मत चमक जाएगी। कार्य में सफलता मिलेगी और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

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