Sunday, June 8, 2025

Jammu Kashmir: धारा 370 हटने के बाद पहली बार हुआ ऐसा, महिलाएं…

Jammu Kashmir: अनुच्छेद 370 हटने के बाद बदलाव की बयार शुरू हो चुकी है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जम्मू और कश्मीर में नई व्यवस्था में पहली बार होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव में मतदान करने में महिलाएं आगे रहेंगी। श्रीनगर नगर निगम में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों वोटरों से कम है, लेकिन सभी 10 जिलों को मिलाकर आंकड़ा निकालें तो महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक हो गई है। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ व पुंछ में भी महिला मतदाता ही अधिक हैं।

पांच साल बाद स्थानीय निकाय चुनाव के लिए 2.57 लाख वोटर बढ़े हैं। जानकार बताते हैं कि घाटी में शांतिपूर्ण माहौल, पत्थरबाजी तथा, घाटी में अलगाववादियों की बंद की कॉल का सिलसिला थमने, आतंकी घटनाओं के थमने से महिलाओं में भय व दहशत का वातावरण खत्म हुआ है। इसी वजह से महिलाओं ने मतदाता बनने में अधिक रुचि दिखाई है।

Jammu Kashmir में बढ़ी वोटरों की संख्या

Jammu Kashmir घाटी के श्रीनगर, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, बारामुला, गांदरबल, बडगाम, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग में 2023 की मतदाता सूची के अनुसार महिला मतदाताओं की संख्या 5,85,169 है, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 5,82,832 है। श्रीनगर नगर निगम में 3,75,784 पुरुष व 3,70,927 महिलाएं वोटर हैं। किश्तवाड़ में 4946 पुरुष व 5600 महिलाएं तथा पुंछ में 6806 पुरुष व 6839 महिलाएं मतदाता हैं सूत्रों के अनुसार निकाय चुनाव के लिए मतदाता पुनरीक्षण के बाद कुल महिला व पुरुष मतदाताओं की संख्या 19,14,383 है। 2018 के चुनाव में यह संख्या 16,57,895 थी यानी 2,56,488 नए मतदाता बढ़े हैं।

Jammu Kashmir में आश्चर्यजनक बदलाव

Jammu Kashmir के मुद्दों पर पैनी नजर रखने वाले प्रो. हरिओम का कहना है कि यह बदलाव बहुत ही आश्चर्यजनक है। धारा 370 हटने के बाद घाटी का माहौल पिछले 4 वर्षों में काफी शांतिपूर्ण रहा है। अब लोग यहां खुद की जिंदगी जी रहे हैं। किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं है।आतंकियों का और अलगाववादियों भय नहीं है। लोग खुद फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं। इसी वजह से लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी देखने को मिल रही है।

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