Sunday, June 8, 2025

Nipah Virus: क्या है निपाह वायरस जिससे केरल में हो रही हैं मौतें, कैसे घुसता है शरीर में ?

आज हम आपको बताएंगे क्या है ये खतरनाक निपाह वायरस जिसने केरल में तबाही मचा रखी है। कि Nipah Virus क्या है? ये कितना खतरनाक है? और इससे कैसे बचा जा सकता है ?

Nipah Virus

दक्षिणी राज्य केरल में फिर से निपाह वायरस के फैलने की खबर है। कोझिकोड जिले में बुखार से दो मरीजों की मौत हो गई है। इन दो मौतों के बाद, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट में है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और हालात की समीक्षा की। ये दो मौतें एक निजी अस्पताल में हुई हैं और इसका कारण निपाह वायरस के शक है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एक रिश्तेदार की स्वास्थ्य स्थिति भी गंभीर है और उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट पर

बुखार से दो मौतें होने के बाद, स्वास्थ्य विभाग चेतावनी पर है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया है कि वह नजरबंदी करने का प्रारंभ किया है और मृतकों के सैंपलों की जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों के रिश्तेदार भी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि एक 9 साल और एक 4 साल के बच्चे की मौत हुई है। इन दोनों के रिश्तेदार निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। वह इसके साथ ही जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को चेतावनी देने के लिए भी कह दिया है। साथ ही, कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन सुविधा का आदेश भी दिया गया है। फिलहाल, दोनों मृतकों के शव मॉर्चुरी में रखे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

Nipah Virus जानवरों से फैलता है

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की जानकारी के अनुसार, Nipah Virus एक जूनोटिक वायरस माना जाता है, जिसका मतलब है कि यह जानवर से इंसानों तक पहुंचता है। यह वायरस कई बार खाने-पीने और इंसान से इंसान में भी फैल सकता है। निपाह वायरस का पहला मामला 1999 में मलेशिया के एक गांव निपाह में सामने आया था, इसी कारण इसे निपाह नामक रखा गया है।

Nipah Virus वायरस कैसे फैलता है ?

निपाह वायरस को कई वायरस की तरह जानवरों के माध्यम से माना जाता है। यह माना जाता है कि इसे चमगादड़ के जरिए इंसानों तक पहुँच सकता है। हालांकि, इसका मानना भी है कि यह सुअर, कुत्ते, बिल्ली, घोड़े और संभवतः भेड़ से भी प्रसारित हो सकता है। यदि किसी को निपाह वायरस संक्रमित हो जाता है, तो वह दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है, इसका मतलब है कि एक व्यक्ति से दूसरे लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।

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निपाह वायरस कितना खतरनाक हो सकता है?

निपाह वायरस को कम संक्रामक माना जाता है, लेकिन यह बहुत खतरनाक हो सकता है। इसका मतलब है कि संक्रित होने की संभावना कम हो सकती है, लेकिन मौत की दर अधिक हो सकती है। केरल में, जब निपाह वायरस फैला था, तो इसकी मौत की दर 45% से 70% तक थी। इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति की निपाह वायरस से मौत हो गई है, तो उसके परिवार के अन्य सदस्य भी संक्रमित हो सकते हैं। इस परिस्थिति में, निपाह संक्रमित व्यक्ति के अंतिम संस्कार के समय विशेष सतर्कता की जरूरत होती है।

निपाह वायरस के लक्षण क्या होते हैं?

यदि कोई व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित होता है, तो उसमें तेज बुखार, सिरदर्द, श्वास लेने में कठिनाई, गले में खराश, और अटिपिकल न्यूमोनिया जैसे लक्षण दिख सकते हैं। अगर स्थिति अधिक गंभीर होती है, तो व्यक्ति इंसेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और 24 से 48 घंटे में कोमा में चला जा सकता है।

Nipah Virus के लक्षण किसी भी व्यक्ति में 5 से 14 दिन के भीतर सामने आ सकते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह 45 दिनों तक छिपा रह सकता है। यह वायरस सबसे खतरनाक पहलू है, क्योंकि आपको इसका पता भी नहीं चल सकता है और आप कई अन्य व्यक्तियों को इससे संक्रमित कर सकते हैं। कुछ मामलों में ऐसा भी हो सकता है कि व्यक्ति निपाह से संक्रमित हो, लेकिन उसमें कोई लक्षण प्रकट न हो।

Nipah Virus का इलाज क्या हो सकता है?

निपाह का पहला मामला 1999 में पाया गया था, लेकिन अब तक इसके इलाज के लिए कोई दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। वर्तमान में, निपाह के खिलाफ केवल सतर्कता बचाव के रूप में ही उपयोगी है। यदि कुछ सावधानियों का पालन किया जाए, तो इस वायरस से बचा जा सकता है। बिल्ली और सूअर के संपर्क से बचें, गिरे फलों को न खाएं, मास्क पहनें, और नियमित रूप से हाथ धोते रहें। अगर किसी को भी इसके लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


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