‘Bank Nifty का संतुलन बदलने वाला है!’ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने SEBI के निर्देशों के अनुपालन में इंडेक्स स्टॉक वेट कंसंट्रेशन पर अंतिम गाइडलाइन जारी कर दी है। इसका उद्देश्य फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट वाले इंडेक्स में टॉप स्टॉक्स के अत्यधिक वेटेज को कम करना है, ताकि विविधता बढ़े। नई गाइडलाइन के तहत टॉप तीन स्टॉक्स का अधिकतम वेटेज क्रमशः 19%, 14% और 10% तक सीमित रहेगा। Bank Nifty (12 स्टॉक्स वाला इंडेक्स) में ये बदलाव 30 दिसंबर 2025 के बाद से प्रभावी होंगे—HDFC Bank का वेटेज 27.5% से घटकर 18.9% और ICICI Bank का 23.1% से 14% हो जाएगा। SBI का वेटेज 9.4% से बढ़कर 10% रहेगा, जबकि Yes Bank और Union Bank of India जैसे दो नए स्टॉक शामिल हो सकते हैं। क्या ये बदलाव Bank Nifty को और मजबूत बनाएंगे या ट्रेडर्स के लिए चुनौती? NSE ने चार चरणों में ग्रेजुअल एडजस्टमेंट का प्लान बनाया है—पहला चरण दिसंबर 2025 के अंत तक।
SEBI के निर्देशों के बाद NSE ने 1 दिसंबर 2025 को ये गाइडलाइन फाइनलाइज की, जो फ्यूचर्स-आधारित इंडेक्स में ओवर-कंसंट्रेशन को रोकने का प्रयास है। Nuvama Alternative and Quantitative Research के विश्लेषकों ने कहा, “ये बदलाव इंडेक्स को अधिक प्रतिनिधित्वपूर्ण बनाएंगे।”
NSE गाइडलाइन का पूरा खुलासा: टॉप स्टॉक्स का वेटेज कैप, Bank Nifty पर असर
- टॉप तीन स्टॉक्स कैप: 19% (पहला), 14% (दूसरा), 10% (तीसरा)—कुल 43% से अधिक नहीं।
- Bank Nifty बदलाव: 12 से बढ़कर 14 स्टॉक्स, चार चरणों में एडजस्टमेंट (दिसंबर 2025 से शुरू)।
- प्रभावित स्टॉक्स: HDFC Bank (27.5% → 18.9%), ICICI Bank (23.1% → 14%), SBI (9.4% → 10%)।
- नए शामिल संभावित: Yes Bank, Union Bank of India—ट्रेडिंग वॉल्यूम पर निर्भर।
- लागू तारीख: 30 दिसंबर 2025 के बाद मार्केट क्लोज पर रीबैलेंसिंग।
Bank Nifty पर असर: HDFC-ICICI का वेटेज 33% कम, ट्रेडर्स के लिए क्या मतलब?
विश्लेषकों के अनुसार, ये बदलाव Bank Nifty को अधिक बैलेंस्ड बनाएंगे, लेकिन टॉप स्टॉक्स के ट्रेडर्स को नुकसान हो सकता है। Nuvama के अनुसार, “HDFC और ICICI का वेटेज 33% कम होगा, लेकिन नए स्टॉक्स से विविधता बढ़ेगी।” फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स पर सीधा असर—ट्रेडिंग वॉल्यूम बदल सकता है।
क्या ये गाइडलाइन स्टॉक मार्केट को मजबूत करेगी? कमेंट में बताएं! अपडेट्स के लिए बेखबर.इन पर बने रहें। #NSEWeightGuidelines #BankNiftyRebalance #HDFCBankWeight #ICICIBank #SEBIIndexRules





