पटना, 10 नवंबर 2025 (बेखबर न्यूज) – बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण आज (11 नवंबर) को होने जा रहा है, जिसमें 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। कुल 1.5 करोड़ से अधिक मतदाता अपनी भागीदारी निभाएंगे, जो राज्य की राजनीतिक दिशा तय करने में अहम साबित होगा। इस चरण में सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है। खास बात ये है कि 12 मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी हुई है, जो चुनावी रणनीति को और रोमांचक बना रही है।
चुनाव आयोग के अनुसार, दूसरे चरण में बिहार के 17 जिलों – भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, पटना, नालंदा और गया – की सीटें शामिल हैं। कुल 2,369 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से अधिकांश पुरुष हैं, लेकिन महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय है। वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चुनाव आयोग ने 50,000 से अधिक सुरक्षाबलों को तैनात किया है, साथ ही वेबकास्टिंग और ईवीएम की निगरानी के लिए विशेष टीम्स बनाई गई हैं।
12 मंत्रियों पर सबकी नजरें
इस चरण में सत्ताधारी गठबंधन के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। नीतीश कुमार सरकार के 12 मंत्री अपनी-अपनी सीटों पर उतर चुके हैं। इनमें से प्रमुख हैं:
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार – दरभंगा जिले की बेलसंड सीट से।
- उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी – मुंगेर जिले की तारापुर सीट से।
- उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा – बेगूसराय की बखरी सीट से।
- अन्य मंत्रियों में श्रवण कुमार (बांका), प्रमोद कुमार (पूर्णिया), और दामोदर राउत (गया) जैसे नाम शामिल हैं।
विपक्ष की ओर से आरजेडी के तेजस्वी यादव और कांग्रेस के कई उम्मीदवार भी मैदान में हैं। एनडीए का दावा है कि वे 100 से अधिक सीटें जीतेंगे, जबकि महागठबंधन इसे ‘गेम चेंजर’ चरण बता रहा है। दलित वोटरों का असर 100 से अधिक सीटों पर पड़ने की संभावना है, जो चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
अभियान का समापन: तीखे बयान और वादे
दूसरे चरण का प्रचार अभियान रविवार रात 6 बजे समाप्त हो गया। अंतिम दिनों में नेताओं ने जोरदार रैलियां कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “बिहार को मजबूत सरकार चाहिए, जो विकास और रोजगार दे।” वहीं, राहुल गांधी ने गया में कहा, “युवाओं को नौकरियां दो, वरना क्रांति होगी।” तेज प्रताप यादव ने सहरसा में कहा, “एनडीए की नीतियां बिहार को पीछे धकेल रही हैं।”
चुनावी माहौल में विवाद भी हुए। समस्तीपुर जिले में रविवार को सड़क किनारे बड़ी संख्या में वीवीपैट स्लिप्स मिलने के बाद एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इससे विपक्ष ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं।
मतदाताओं की तैयारी और मौसम का असर
बिहार में ठंड का मौसम शुरू हो चुका है, लेकिन मतदाता उत्साहित हैं। चुनाव आयोग ने 80% से अधिक मतदान का लक्ष्य रखा है। विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कैंप लगाए गए। हालांकि, कुछ इलाकों में बारिश की चेतावनी ने चिंता बढ़ा दी है।
पिछले चरण में 60% से अधिक मतदान हुआ था, और दूसरे चरण में भी इसी स्तर की भागीदारी की उम्मीद है। परिणाम 23 नवंबर को आएंगे, जो बिहार की सियासत को नई दिशा देंगे।
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(सभी तथ्य आधिकारिक स्रोतों पर आधारित। अधिक जानकारी के लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट देखें।)





