Bijnor Crime: बिजनौर जनपद में पुलिस ने संगठित अपराध पर एक और बड़ी कार्रवाई की है। हीमपुर दीपा थाना पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कुख्यात रवि गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह गिरोह लंबे समय से क्षेत्र में चोरी और लूटपाट जैसी वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि आसपास के इलाकों में भी सक्रिय थे। उनकी लगातार बढ़ती आपराधिक गतिविधियों से लोगों में दहशत का माहौल था। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है।
जिलाधिकारी के आदेश पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई (Bijnor Crime)
जिलाधिकारी जसजीत कौर के आदेश पर पुलिस ने कुख्यात रवि गिरोह के आठ सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। यह गिरोह सिकरौंधा समेत आसपास के क्षेत्रों में कई गंभीर आपराधिक घटनाओं में लिप्त रहा है। चोरी, लूट और अवैध गतिविधियों के जरिए गिरोह लंबे समय से इलाके में दहशत फैला रहा था। (Bijnor Crime)
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि गिरोह का सरगना रवि, जो इस समय जेल में बंद है, वहीं से अपने गुर्गों को निर्देश दे रहा था। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि रवि मोबाइल फोन के जरिए अपने साथियों से लगातार संपर्क में रहता था और आपराधिक साजिशों की रूपरेखा जेल के भीतर से ही तैयार करता था। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि जेल में रहते हुए रवि गिरोह को कैसे संचालित कर रहा था और उसे किस तरह की बाहरी मदद मिल रही थी।
पांच आरोपी गिरफ्तार, दो की तलाश जारी
पुलिस की लगातार दबिशों के बाद गिरोह के पांच प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों में मोहित कश्यप पुत्र सुमेर (निवासी रजपुरा मंजू, थाना नगीना देहात), शांतनु पुत्र जगदेव राठी (निवासी मुस्तफापुर आंसू उर्फ बड़ा पैमार), फिरोज अख्तर पुत्र मुस्तकीम (निवासी मोहल्ला अंसारियान), मोहित पुत्र धर्मेंद्र सिंह (निवासी बूड़पुर, थाना किरतपुर) और संतोष पुत्र सदाशिव (निवासी बालेश्वर, थाना वीटा, सांगला, महाराष्ट्र) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, गिरोह के दो सदस्य अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में विशेष टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर गैंग की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा। (Bijnor Crime)
पुलिस की सख्त निगरानी जारी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई कार्रवाई के बाद अब आरोपियों की संपत्तियों की गहन जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही उनके बैंक खातों और मोबाइल रिकॉर्ड्स की भी पड़ताल की जा रही है, ताकि गिरोह की आर्थिक जड़ें पूरी तरह समाप्त की जा सकें। पुलिस ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जिले में किसी भी संगठित अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। (Bijnor Crime)





