G-20 Summit Bharat: नई दिल्ली, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ‘G-20 Summit Bharat’ की शुरुआत करते समय दुनिया भर से आए नेताओं को संबोधित कर रहे थे, तो उनके सामने एक ‘भारत’ नामप्लेट थी, जिसका नाम ‘इंडिया’ से बदलकर ‘भारत’ कर दिया गया।
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देश का नाम ‘भारत’ है
इस नामकरण में विवाद उठने के बावजूद, यह एक साफ संकेत था कि देश का नाम ‘भारत’ है, जो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से विश्व के नेताओं को अंग्रेज़ी भाषा में भारत के नाम के बजाय ‘Bharat’ लिखने के लिए दिया गया था। इस निर्णय से देशभर में राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।
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G-20 Summit Bharat
इसलिए यह अटकल भी जोरदार है कि इस महीने के अंत में हुए संसद के विशेष सत्र का उद्देश्य, भारत का नाम बदलकर “भारत” करने के प्रयास को आधिकारिक रूप से प्रमोट करना है।

Bharat, The Mother Of Democracy
“भारत” नाम का उपयोग विदेशी प्रतिनिधियों के लिए बनाई गई जी20 पुस्तिका में भी किया गया है, जिसका टाइटल है – ‘Bharat, The Mother Of Democracy’. पुस्तिका में लिखा गया है, “भारत देश का आधिकारिक नाम है… इसका उल्लेख संविधान और 1946-48 की चर्चाओं में भी है…”

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा-
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने विपक्ष पर तीखे पलटवार करते हुए उन्हें देश-विरोधी और संविधान-विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 1 का भी स्पष्ट उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल करने का फ़ैसला औपनिवेशिक मानसिकता के खिलाफ एक बड़ा संदेश है। उन्होंने कहा, “यह पहले ही हो जाना चाहिए था… इससे मुझे बहुत संतुष्टि मिलती है… ‘भारत’ हमारा परिचय है और हमें इस पर गर्व है…”
