क्या आप पैसा देकर पुलिस की गाड़ी को अपने पीछे घुमाना चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि जितने आप चाहें उतने पुलिस वाले आपके अगल-बगल में चलें तो आपके लिए खुशखबरी है। अब आप न सिर्फ पुलिस के सिपाही, खोजी कुत्ता बल्कि पूरा थाना ही अपने साथ लेकर चल सकते हैं।

आपने कई बार सुना होगा कि पुलिस ने चुपके से पैसे लेकर किसी के पक्ष में काम कर दिया, लेकिन अब हमारे ही देश के एक राज्य की सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है। जिसके तहत आप जितना चाहें थाने की पुलिस को अपने साथ घुमा सकते हैं। इसके लिए पूरी रेट लिस्ट जारी कर दी गई हैं।
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केरल की सरकार ने खजाना पूर्ति के लिए निकाला नया तरीका
हमने जो भी बात की है वो सब केरल राज्य में हो रहा है। दरअसल, आर्थिक समस्याओं से जूझ रही केरल की पिनराई विजयन सरकार ने अपने खर्चे निकालने के लिए अब यह नया तरीका निकाला है। केरल की वामपंथी सरकार की तरफ से बाकायदा एक लिस्ट जारी की गई है, जिसमें बताया गया कि पुलिसकर्मियों, कॉन्सटेबल, पुलिस डॉग और यहाँ तक पूरा थाना आदि को आप कितना पैसा खर्च करके अपनी सुरक्षा में लगा सकते हो।
क्या है केरल सरकार की स्कीम?

केरल सरकार के एक आदेश के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति एक दिन के लिए एक पुलिस इंस्पेक्टर, एक ट्रेंड पुलिस डॉग, पुलिस कर्मियों के जरिए इस्तेमाल होने वाले सभी डिवाइस और यहाँ तक कि पूरे पुलिस थाने को अपनी सुरक्षा में लगाना चाहे तो उसे सरकार को मात्र 34,000 अदा करने होंगे।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, केरल सरकार के इस आदेश के अनुसार पुलिस के ट्रेंड कुत्तों, पुलिसवालों सहित पूरे थाने को भी किराए पर लिया जा सकता है। हालाँकि, केरल राज्य में आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए यह कोई नई योजना नहीं बनी है बल्कि यह एक पुरानी योजना है, उसी अपडेट करके फिर से लॉन्च किया गया है।
किसका कितना रेट
एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी आदेश में ‘रेट कार्ड’ से पता चलता है कि एक सर्कल इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को अपने साथ रखने पर आपको प्रति दिन ₹3,035 से ₹3,340 के बीच पैसा देना होगा। यदि आप और भी कम कम में चाहते हैं, तो एक सिविल पुलिस अधिकारी चुन सकते हैं जिसको एक दिन के मात्र ₹610 रुपये देने होंगे है। पुलिस डॉग ₹7,280 प्रति दिन पर आते हैं, और वायरलेस उपकरण के लिए ₹12,130 दैनिक किराया तय किया गया है, वहीं एक पूरा का पूरा पुलिस स्टेशन ₹12,000 में उपलब्ध है।
पुलिसकर्मियों की इस सुविधा का कौन ले रहा लाभ?
दरअसल, केरल में वाली प्राइवेट पार्टियों, इंटरटेनमेंट शो, फिल्मों की शूटिंग के दौरान सुरक्षा खतरा अधिक रहता है। ऐसे में इन कार्यक्रमों के दौरान भले ही बड़ी संख्या में निजी सुरक्षा गार्ड लगाए जाएँ, लेकिन पुलिसकर्मियों के जरिए मिलने वाली सुरक्षा निजी गार्डों से ज्यादा प्रभावी होती है। यही वजह है कि प्राइवेट पार्टियों, इंटरटेनमेंट शो, फिल्मों की शूटिंग करवाने वाले लोग केरल में पुलिस को भी किराए पर ले लेते हैं।
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