Israel Hamas Conflict: मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने हमास के साथ अपने संबंधों की खुलकर वकालत की है, जो एक इस्लामिक देश है। उन्होंने कहा है कि गाजा के लोगों ने हमास को चुना है और मलेशिया इस संबंध को बनाए रखने का आदर करेगा। मलेशियाई प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि वे पश्चिमी देशों के दबाव में आकर हमास की निंदा नहीं करेंगे।
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मलेशिया हमास के साथ खड़ा है – Israel Hamas Conflict
अनवर इब्राहिम ने सोमवार को मलेशिया की संसद में कहा कि पश्चिमी देशों के अधिकारी बार-बार मलेशिया से हमास के हमले की निंदा करने के लिए कर रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार पश्चिम के दबाव के बावजूद ‘सहमत नहीं’ है। इस बारे में यह भी उल्लेखित है कि इजरायल पर हमले को लेकर जहां इस्लामिक देश भी हमास के साथ खड़े होने से बच रहे हैं। वहीं, मलेशिया खुलकर हमास के साथ खड़ा है। Israel Hamas Conflict
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मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर ने कहा, ‘मैंने (पश्चिमी देशों से) कहा कि हमारा नीति साक्षर जगहित है और हमारा संबंध हमास के साथ प्रतिष्ठापूर्ण है और यह संबंध आगे भी बरकरार रहेगा। हम उनके (पश्चिमी देशों के) दबावपूर्ण दृष्टिकोण के साथ सहमत नहीं हैं, क्योंकि हमास गाजा में जनमत के द्वारा चुना गया है और गाजा के लोगों ने उन्हें नेतृत्व करने के लिए चुना है।’ Israel Hamas Conflict
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बमबारी में कम से कम 2,750 लोग मारे गए
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर एक बड़े पैमाने पर हमला किया। इस घटना ने इजरायल पर दशकों के बाद पहला बड़ा हमला किया। पश्चिमी देशों ने हमास के इस हमले को कड़ी निंदा की है और दूसरे देशों से इजरायल के समर्थन का आग्रह किया है। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हवा, ज़मीन और समुंदर के माध्यम से हमला किया और लगभग 1,400 लोगों को मार दिया, जिनमें अधिकांश आम नागरिक थे। वहीं, फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इजरायल की गाजा पर बमबारी में कम से कम 2,750 लोग मारे गए हैं और लगभग 10,000 लोग घायल हुए हैं। Israel Hamas Conflict
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मलेशिया और इजरायल के बीच नहीं हैं राजनयिक संबंध
60 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले देश मलेशिया फिलिस्तीनी अधिकारों के सख्त समर्थक हैं और वे इजरायल के साथ उनके राजनीतिक संबंधों का समर्थन नहीं करते हैं। पिछले सप्ताह, अनवर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना करते हुए कहा था कि दुनिया इजरायल-हमास संघर्ष के मुद्दे पर एकतरफा रूप से जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय फिलिस्तीनी लोगों के प्रति सभी प्रकार की क्रूरता और उत्पीड़न को लेकर एकतरफा रुख बना रहा है। फिलिस्तीनी लोगों की ज़मीन और संपत्ति पर लगातार इज़राइल कब्जा कर रहा है। इस अन्याय की वजह से सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान जा रही है। मलेशिया फिलिस्तीनी लोगों के संघर्ष के साथ एकजुट है।’ Israel Hamas Conflict
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इससे पहले मलेशियाई विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से युद्धविराम का आह्वान करने का आग्रह किया था। शुक्रवार को राजधानी कुआलालंपुर में लगभग 1,000 मुसलमानों ने रैली कर फिलिस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन जताया था। इस दौरान फिलिस्तीन की आजादी के नारे लगाए गए और इजरायली झंडे को जलाया गया। Israel Hamas Conflict
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